उत्तर प्रदेश: भारत का नया चिकित्सा सेवा हब
उत्तर प्रदेश तेजी से भारत के नए चिकित्सा सेवा हब के रूप में उभर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं, जिससे हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर को एक नई मजबूती मिली है।
चिकित्सा शिक्षा और अस्पतालों का विस्तार
2017 से पहले जहां प्रदेश में केवल 12 मेडिकल कॉलेज थे, वहीं अब 45 से अधिक मेडिकल कॉलेज कार्यरत हैं, और 14 नए कॉलेजों का निर्माण जारी है। सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज हो, ताकि लोगों को अपने ही जिले में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिल सके। इसके अलावा, गोरखपुर और रायबरेली में एम्स पहले ही संचालित हो रहे हैं, जबकि झांसी में तीसरा एम्स जल्द ही स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूती देगा।
स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा निवेश
सरकारी अस्पतालों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को उन्नत किया गया है। 6,000 से अधिक नए बेड जोड़े गए हैं, और ज़िला अस्पतालों में अत्याधुनिक क्रिटिकल केयर यूनिट्स, ट्रॉमा सेंटर और डायग्नोस्टिक सुविधाएं विकसित की गई हैं। 108 और 102 एंबुलेंस सेवाओं को अधिक सक्षम बनाकर दूरदराज़ के क्षेत्रों तक त्वरित चिकित्सा सहायता पहुंचाई जा रही है।
आयुष्मान भारत और डिजिटल स्वास्थ्य सुविधाएं
सरकार की योजनाओं का सबसे अधिक लाभ गरीब और वंचित वर्ग को मिल रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत 2.5 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 10 लाख से अधिक परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा मिली है। डिजिटल हेल्थकेयर को बढ़ावा देते हुए ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से 1 करोड़ से अधिक मरीजों को ऑनलाइन परामर्श मिल चुका है।
बायोटेक और फार्मा इंडस्ट्री का विकास
उत्तर प्रदेश अब हेल्थकेयर के साथ-साथ बायोटेक और फार्मा इंडस्ट्री का भी केंद्र बन रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे के पास 1500 एकड़ में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किया जा रहा है, जिससे चिकित्सा उपकरणों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। लखनऊ, नोएडा और गाजियाबाद को फार्मा हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे रोजगार के हजारों नए अवसर पैदा होंगे।
उत्तर प्रदेश: मेडिकल टूरिज्म का नया केंद्र
अत्याधुनिक अस्पताल, मेडिकल रिसर्च, फार्मा उद्योग और विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं के चलते उत्तर प्रदेश केवल भारत ही नहीं, बल्कि दक्षिण एशिया का एक प्रमुख मेडिकल टूरिज्म हब बनने की दिशा में अग्रसर है। आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश वैश्विक चिकित्सा मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बनाएगा।