नई दिल्ली/पटना। Land For Job Case: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बहुचर्चित ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव और बेटी हेमा यादव को जमानत दे दी है। कोर्ट ने दोनों को ₹50,000 के निजी मुचलके पर राहत प्रदान की।
क्या है मामला?
यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। आरोप है कि इस दौरान रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरियों के बदले उम्मीदवारों से उनकी जमीनें कम कीमत पर ली गईं और बदले में उन्हें रेलवे में नियुक्तियां दी गईं।
सीबीआई की चार्जशीट
सीबीआई ने इस मामले में लालू प्रसाद यादव समेत 78 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इसमें कहा गया है कि मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर जैसे रेलवे जोन में इन अनियमितताओं को अंजाम दिया गया। चार्जशीट में यह भी आरोप है कि इन नियुक्तियों में पारदर्शिता की कमी थी और नियमों का उल्लंघन हुआ।
कोर्ट का फैसला
कोर्ट ने तेज प्रताप यादव और हेमा यादव को जमानत देते हुए उन्हें जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया है। इससे पहले इसी मामले में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव और अन्य आरोपियों को भी जमानत मिल चुकी है।
आगे की कार्रवाई
मामले की जांच अभी जारी है और अदालत ने आरोपियों को निर्देश दिया है कि वे जांच में पूरी तरह से सहयोग करें। आने वाले दिनों में मामले की और गहन जांच होगी और नए तथ्यों के सामने आने की संभावना है।
‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाला बिहार की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। लालू परिवार के सदस्यों को जमानत मिलने के बाद भी मामले की जांच जारी है और न्यायिक प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है।