छात्रों ने फल एवं सब्ज़ी विक्रेताओं को किए जागरूक, वितरित किए गल्बस
स्वस्थ समाज की ओर एक जिम्मेदार कदम
नियोधि फाउंडेशन, जो युवाओं में नेतृत्व, सामाजिक जागरूकता और नैतिक मूल्यों का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है, ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के पुवायां नगर में एक विशेष स्वच्छता जागरूकता अभियान का आयोजन किया। इस अभियान के अंतर्गत संस्था में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों ने फल एवं सब्ज़ी विक्रेताओं को साफ-सफाई के महत्व के बारे में बताया और हाइजीन बनाए रखने के लिए गल्बस (Gloves) वितरित किए।
यह पहल फाउंडेशन की सामाजिक संवेदनशीलता और ज़मीनी स्तर पर काम करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
अभियान का उद्देश्य
- फल एवं सब्ज़ी विक्रेताओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना
- विक्रेताओं को हैंड ग्लव्स वितरित कर, खुले खाद्य पदार्थों की स्वच्छता सुनिश्चित करना
- ग्राहकों और विक्रेताओं दोनों की सेहत की रक्षा करना
- युवाओं को सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना
नियोधि फाउंडेशन: उद्देश्य और दर्शन
नियोधि फाउंडेशन की स्थापना इस सोच के साथ हुई थी कि समाज में परिवर्तन तभी संभव है जब युवा पीढ़ी सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील और सक्रिय हो। संस्था की गतिविधियाँ शिक्षा, स्वच्छता, पारदर्शिता और सामाजिक न्याय के इर्द-गिर्द केंद्रित हैं।
संस्थापक का परिचय: योगेश कुमार
नियोधि फाउंडेशन के संस्थापक योगेश कुमार एक सामाजिक कार्यकर्ता और बदलाव के प्रेरक हैं, जिन्होंने अपने विचारों और प्रयासों से युवाओं को एक दिशा देने का कार्य किया है। उनका मानना है:
“परिवर्तन केवल नारे लगाने से नहीं होता, जमीनी काम से होता है।”
योगेश कुमार ने नियोधि फाउंडेशन की नींव ईमानदारी, सामाजिक समरसता और जनजागरूकता के मजबूत स्तंभों पर रखी है। उनके नेतृत्व में यह संस्था ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वच्छता, जातिवाद के विरोध, और युवा नेतृत्व विकास जैसे विषयों पर प्रभावी कार्य कर रही है।
छात्रों की भागीदारी और ज़मीनी प्रभाव
अभियान में भाग लेने वाले छात्रों ने दुकानदारों से सीधे संवाद किया और उन्हें यह समझाया कि:
- गंदे हाथों से खाद्य पदार्थ छूने से बीमारियाँ फैल सकती हैं
- गल्बस का उपयोग ग्राहकों में विश्वास और स्वच्छता की भावना पैदा करता है
- स्वच्छता से न सिर्फ स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि व्यापार में भी वृद्धि आती है
छात्रों की इस पहल से दुकानदारों को एक नई जागरूकता मिली।
स्थानीय प्रतिक्रिया
पुवायां के कई दुकानदारों ने इस अभियान की सराहना की और भविष्य में नियमित स्वच्छता अपनाने का संकल्प लिया। एक दुकानदार ने कहा:
“पहली बार किसी ने हमें इतने सम्मान से समझाया कि साफ-सफाई भी व्यापार का हिस्सा है।”
अभियान की विशेष झलकियाँ
बिंदु | विवरण |
---|---|
स्थान | पुवायां, जिला शाहजहाँपुर |
अभियान | स्वच्छता जागरूकता |
प्रतिभागी | छात्र |
वितरित सामग्री | 100 से अधिक गल्बस |
आयोजन संस्था | नियोधि फाउंडेशन |
लक्ष्य | विक्रेताओं और समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता |
क्यों ज़रूरी है स्वच्छता जागरूकता?
फल और सब्ज़ियाँ प्रत्यक्ष रूप से उपभोग की जाती हैं। अगर उन्हें हाथों से छूने वाले विक्रेता स्वयं स्वच्छ न हों, तो बीमारियाँ तेजी से फैल सकती हैं। इसीलिए, इस तरह की पहलें हमारे समाज की मूलभूत ज़रूरत बन जाती हैं।
भविष्य की योजना
नियोधि फाउंडेशन की योजना है कि ऐसे अभियान हर जिले और गाँव में चलाए जाएँ। इसके अंतर्गत:
- हर महीने अलग-अलग बाज़ारों में जागरूकता अभियान
- स्कूल-कॉलेजों में प्रशिक्षुओं को शामिल कर स्वच्छता के दूत तैयार करना
- महिलाओं और बच्चों को भी जागरूकता कार्यक्रमों से जोड़ना
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निष्कर्ष
नियोधि फाउंडेशन का यह अभियान इस बात का प्रमाण है कि जब युवा नेतृत्व में सामाजिक जिम्मेदारियाँ उठाते हैं, तो परिवर्तन अवश्य संभव होता है। योगेश कुमार के नेतृत्व में संस्था समाज के हर वर्ग तक पहुँचने और उन्हें सशक्त करने के लिए कटिबद्ध है।
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