लखनऊ: लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इन दिनों यात्रियों की असाधारण भीड़ देखने को मिल रही है। रनवे पुनरुत्थान कार्य के चलते हवाई अड्डे पर उड़ानों की संख्या और समय-सारिणी में बदलाव किया गया है, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सप्ताहांत के दौरान एयरलाइन काउंटरों पर यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं, जहां कई यात्री टिकट रद्द करने और धनवापसी को लेकर एयरलाइन कर्मचारियों से बहस करते नजर आए।

रनवे मरम्मत कार्य 2 मार्च से शुरू हुआ है और इसके जुलाई 15 तक जारी रहने की संभावना है। इस अवधि के दौरान हवाई अड्डे पर उड़ानों का संचालन केवल रात 6 बजे से सुबह 10 बजे तक सीमित कर दिया गया है, जिससे दिन के समय उड़ानों की संख्या शून्य हो गई है। इस प्रतिबंधित समयावधि में लगभग 132 उड़ानों का संचालन किया जा रहा है, जिससे रात और सुबह के समय हवाई अड्डे पर असाधारण भीड़ देखने को मिल रही है।

यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण हवाई अड्डा प्रशासन को अतिरिक्त व्यवस्थाएं करनी पड़ी हैं। भीड़ को नियंत्रित करने और संचालन को सुचारू बनाए रखने के लिए 30% अतिरिक्त स्टाफ को रात और सुबह की शिफ्ट में तैनात किया गया है। ग्राउंड स्टाफ को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि वे यात्रियों की सहायता करें और उड़ानों के सुचारू संचालन में सहयोग करें। सुरक्षा व्यवस्था को भी कड़ा कर दिया गया है, और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों को अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गई हैं, ताकि सुरक्षा जांच प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाया जा सके।

हवाई अड्डे पर बढ़ते दबाव के चलते एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) अधिकारियों की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। चूंकि उड़ानों की संख्या में 40% तक वृद्धि हुई है और टेक-ऑफ और लैंडिंग के बीच का अंतराल कम हो गया है, इसलिए हवाई यातायात को नियंत्रित करने की चुनौती बढ़ गई है। हवाई अड्डा प्रशासन ने एयरलाइंस को निर्देश दिए हैं कि वे यात्रियों को उड़ानों में हो रहे बदलाव की सूचना समय पर दें और किसी भी अनिश्चितता को कम करने के लिए संचार व्यवस्था को बेहतर करें।यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले अपनी उड़ान की समय-सारिणी की पुष्टि कर लें। चूंकि उड़ानों की संख्या सीमित है, इसलिए यात्रियों को पहले से टिकट बुक कराने की सलाह दी गई है ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके। इसके अतिरिक्त, यात्रियों को हवाई अड्डे पर निर्धारित समय से पहले पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे सुरक्षा जांच और बोर्डिंग प्रक्रिया को समय पर पूरा किया जा सके।

रनवे पुनरुत्थान कार्य पूरा होने के बाद हवाई अड्डे की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना है। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने हवाई अड्डे पर नए समानांतर टैक्सीवे निर्माण को मंजूरी दे दी है, जिससे उड़ानों के टेक-ऑफ और लैंडिंग के समय में कमी आएगी और अधिक उड़ानों का संचालन संभव होगा। वर्तमान में लखनऊ हवाई अड्डा प्रतिदिन लगभग 132 उड़ानों का संचालन कर रहा है, जिसमें 30,000 से अधिक यात्री यात्रा कर रहे हैं। रनवे मरम्मत के कारण उड़ानों का दबाव विशेष रूप से रात और सुबह के समय बढ़ गया है, जिससे यात्रियों को अनावश्यक देरी और असुविधा से बचने के लिए पहले से यात्रा की योजना बनाने की आवश्यकता है।

रनवे मरम्मत के बाद लखनऊ हवाई अड्डे पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी, और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। इस बदलाव के बाद यात्रियों को और अधिक सुविधाजनक और कुशल उड़ान सेवाएं मिलने की उम्मीद है।

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