उत्तर प्रदेश विधानसभा में हाल ही में एक विधायक द्वारा पान मसाला थूकने की घटना के बाद, नागरिकों ने सार्वजनिक स्थलों पर इस प्रकार की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग तेज कर दी है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस मुद्दे पर अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए सदन की गरिमा और स्वच्छता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया है।
अध्यक्ष महाना ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, “यह विधानसभा हम सभी 403 सदस्यों और उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता की है। इसकी स्वच्छता और मर्यादा बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
नागरिकों का मानना है कि सार्वजनिक स्थलों पर पान मसाला थूकने से न केवल स्वच्छता प्रभावित होती है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। वे चाहते हैं कि सरकार इस पर सख्त प्रतिबंध लगाए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करे।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत पहले से ही स्वच्छता पर जोर दिया गया है, लेकिन नागरिकों का कहना है कि जब तक सख्त नियम और उनके पालन की व्यवस्था नहीं होगी, तब तक स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करना मुश्किल होगा। अध्यक्ष महाना का इस मुद्दे पर ध्यान देना और सदन में इसे उठाना नागरिकों की मांग को बल देता है।
उम्मीद है कि सरकार और संबंधित अधिकारी इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेंगे और सार्वजनिक स्थलों पर पान मसाला थूकने पर प्रतिबंध लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे, जिससे प्रदेश और देश की स्वच्छता सुनिश्चित हो सके।