11 मार्च 2025 को बलूचिस्तान के बोलन जिले में एक चौंकाने वाली घटना हुई, जब बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया। इस घटना में लगभग 182 यात्रियों को बंधक बना लिया गया, जिनमें पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी भी शामिल थे।

घटना का विवरण

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने बोलन जिले में चल रही जाफर एक्सप्रेस को निशाना बनाया और यात्रियों को बंधक बना लिया। BLA ने पहले भी सुरक्षा बलों और सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमले किए हैं, लेकिन ट्रेन हाईजैक जैसी घटना दुर्लभ मानी जा रही है। इससे पहले 1977 में पेशावर के पास एक ट्रेन हाईजैक की घटना हुई थी।

बलूचिस्तान में हिंसा के कारण

बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, जो प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। लेकिन यहाँ के लोग लंबे समय से सरकारी उपेक्षा और शोषण का सामना कर रहे हैं। बलूच राष्ट्रवादियों का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार बलूच लोगों के अधिकारों का हनन कर रही है और उनके संसाधनों का दोहन कर रही है।

इस असंतोष के चलते बलूचिस्तान में अलगाववादी आंदोलन सक्रिय हैं, जो समय-समय पर हिंसक घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

बलूचिस्तान में हिंसा और असंतोष के पीछे मुख्य कारण पाकिस्तान सरकार द्वारा बलूच लोगों के साथ किया गया ऐतिहासिक अन्याय और उनके अधिकारों का हनन है। बलूच राष्ट्रवादियों का मानना है कि उनके संसाधनों का शोषण किया जा रहा है, जबकि उन्हें विकास से वंचित रखा गया है।

पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया

आज की घटना पाकिस्तान के लिए एक गंभीर चुनौती है और यह बलूचिस्तान में व्याप्त असंतोष और हिंसा की गहराई को उजागर करती है। पाकिस्तान सरकार के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह बलूच लोगों की समस्याओं का समाधान करे और उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे।

बलूचिस्तान ट्रेन हाईजैक की घटना ने पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना से यह स्पष्ट है कि बलूच लोगों के मुद्दों का समाधान किए बिना हिंसा को रोक पाना मुश्किल है।

 

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