अपने अतीत एवं विघा – वैभव के लिए सुविख्यात जनपद जौनपुर अपना एक विशिष्ट ऐतिहासिक, सामाजिक एवं राजनैतिक अस्तित्व रखता है। पौराणिक कथानकों, शिलालेखों, ध्वंसावशेषो एवं अन्य उपलब्ध तथ्यों के आधार पर अतीत का अध्ययन करने पर जनपद का वास्तविक स्वरूप किसी न किसी रूप में उत्तर वैदिक काल तक दिखाई पड़ता है। आदि गंगा गोमती नगर का गौरव एवं इसका शांतिमय तट तपस्वी, ऋषियों एवं महाऋषियों के चिन्तन व मनन का एक प्रमुख पुण्य स्थल था। जहॉ से वेदमंत्रों के स्वर प्रस्फुटित होते थे। आज भी गोमती नगर के तटवर्ती मंदिरों में देववाणियॉ गूंज रही है।
एक नज़र में
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क्षेत्र: 4,038 वर्ग किमी0
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आबादी: 44,94,204
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पुरुष: 22,20,465
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महिला: 22,73,739
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भाषा: हिन्दी