सर्दियों में अमरूद खाना है बेहद फायदेमंद, इन 5 बीमारियों से रखता है कोसों दूर
सर्दियों में अमरूद खाने के फायदे सर्दियों के मौसम में बहुत से नए नए फल आते हैं जो खाने में…
तीसरी कसम उर्फ मारे गए गुलफाम : फणीश्वरनाथ रेणु |Teesri Kasam/Maare Gaye Gulfam : Phanishwar Nath Renu
हिरामन गाड़ीवान की पीठ में गुदगुदी लगती है… पिछले बीस साल से गाड़ी हाँकता है हिरामन। बैलगाड़ी। सीमा के उस…
गुलकी बन्नो (कहानी) : धर्मवीर भारती |Gulki Banno (Hindi Story) : Dharamvir Bharati
‘‘ऐ मर कलमुँहे !’ अकस्मात् घेघा बुआ ने कूड़ा फेंकने के लिए दरवाजा खोला और चौतरे पर बैठे मिरवा को…
परिंदे(कहानी):निर्मल वर्मा| Parinde(Hindi Story):Nirmal Verma
अँधियारे गलियारे में चलते हुए लतिका ठिठक गई। दीवार का सहारा लेकर उसने लैंप की बत्ती बढ़ा दी। सीढ़ियों पर…
बादलों के घेरे : कृष्णा सोबती |Badlon Ke Ghere : Krishna Sobti
भुवाली की एक छोटी सी कॉटेज में लेटा-लेटा मैं सामने के पहाड़ देखता हूँ। पानी भरे, सूखे-सूखे बादलों के घेरे…
भारत दुर्दशा(नाटक) : भारतेंदु हरिश्चंद्र |Bharat Durdasha(Hindi Play) : Bharatendu Harishchandra
भारतदुर्दशा पहला अंक मंगलाचरण जय सतजुग-थापन-करन, नासन म्लेच्छ-आचार। कठिन धार तरवार कर, कृष्ण कल्कि अवतार ।। स्थान – बीथी (एक…
स्कंदगुप्त (नाटक) : जयशंकर प्रसाद | Skandagupta (Play) : Jaishankar Prasad
पात्र पुरुष-पात्र स्कंदगुप्त– युवराज (विक्रमादित्य) कुमारगुप्त– मगध का सम्राट गोविन्दगुप्त– कुमारगुप्त का भाई पर्णदत्त– मगध का महानायक चक्रपालित– पर्णदत्त का…
आषाढ़ का एक दिन (नाटक) : मोहन राकेश| Ashadh Ka Ek Din (Hindi Play) : Mohan Rakesh
पात्र परिचय अंबिका : ग्राम की एक वृद्धा मल्लिका : वृद्धा की पुत्री कालिदास : कवि दंतुल : राजपुरुष मातुल…
एक और ज़िंदगी (कहानी) : मोहन राकेश |Ek Aur Zindagi (Hindi Story) : Mohan Rakesh
…और उस एक क्षण के लिए प्रकाश के हृदय की धडक़न जैसे रुकी रही। कितना विचित्र था वह क्षण—आकाश से…
यही सच है (कहानी) : मन्नू भंडारी | Yehi Sach Hai (Hindi Story) : Mannu Bhandari
कानपुर सामने आँगन में फैली धूप सिमटकर दीवारों पर चढ़ गई और कंधे पर बस्ता लटकाए नन्हे-नन्हे बच्चों के झुंड-के-झुंड…